14 मार्च को लगेगा चंद्र ग्रहण: समय, भारत में प्रभाव और जानने योग्य बातें
Lunar eclipse will occur on March 14, lunar eclipse time and effect in India
चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है जो चंद्रमा और सूर्य के बीच पृथ्वी के आने पर होती है। इस साल 14 मार्च को एक चंद्र ग्रहण लगने वाला है, जो खगोल प्रेमियों और ज्योतिष शास्त्र में रुचि रखने वालों के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है। इस लेख में हम चंद्र ग्रहण का समय, भारत में इसका प्रभाव और इससे जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां साझा करेंगे।

चंद्र ग्रहण क्या है
चंद्र ग्रहण तब होता है जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है। इस स्थिति में पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है, जिससे चंद्रमा कुछ समय के लिए अंधकारमय हो जाता है। चंद्र ग्रहण तीन प्रकार के होते हैं:
- पूर्ण चंद्र ग्रहण
- आंशिक चंद्र ग्रहण
- उपच्छाया चंद्र ग्रहण
14 मार्च को लगने वाला चंद्र ग्रहण एक उपच्छाया चंद्र ग्रहण होगा, जिसमें चंद्रमा पृथ्वी की उपच्छाया से होकर गुजरेगा।
14 मार्च चंद्र ग्रहण का समय
- ग्रहण शुरू होने का समय: 14 मार्च, रात 08:45 बजे (IST)
- ग्रहण का अधिकतम प्रभाव: 14 मार्च, रात 10:53 बजे (IST)
- ग्रहण समाप्ति का समय: 15 मार्च, सुबह 01:00 बजे (IST)
भारत में चंद्र ग्रहण का प्रभाव
14 मार्च को लगने वाला चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा। हालांकि, यह एक उपच्छाया चंद्र ग्रहण है, इसलिए इसका प्रभाव बहुत सूक्ष्म होगा। चंद्रमा की चमक में थोड़ी कमी देखी जा सकती है, लेकिन यह आम लोगों के लिए आसानी से पहचानने योग्य नहीं होगा।
चंद्र ग्रहण और ज्योतिष शास्त्र
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चंद्र ग्रहण का प्रभाव मनुष्य के जीवन पर पड़ता है। इस दौरान कुछ सावधानियां बरतने की सलाह दी जाती है:
- ग्रहण के दौरान भोजन न करें।
- गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
- ग्रहण के बाद स्नान करना शुभ माना जाता है।
चंद्र ग्रहण कैसे देखें
14 मार्च को लगने वाला चंद्र ग्रहण भारत में नग्न आंखों से देखा जा सकता है। हालांकि, यदि आपके पास टेलीस्कोप या बाइनोक्यूलर्स हैं, तो आप चंद्रमा की सतह पर पड़ने वाली छाया को और स्पष्ट रूप से देख सकते हैं।
चंद्र ग्रहण से जुड़ी रोचक बातें
- चंद्र ग्रहण केवल पूर्णिमा की रात को ही होता है।
- चंद्र ग्रहण को देखने के लिए किसी विशेष सुरक्षा उपकरण की आवश्यकता नहीं होती है।
- चंद्र ग्रहण की अवधि कुछ मिनटों से लेकर कुछ घंटों तक हो सकती है।
चंद्र ग्रहण की तस्वीरें
नीचे दी गई तस्वीर में आप चंद्र ग्रहण के दौरान चंद्रमा की स्थिति को देख सकते हैं। यह तस्वीर 1200 पिक्सल की है, जो डिस्कवर प्लेटफॉर्म पर आसानी से इस्तेमाल की जा सकती है
ग्रहण के दौरान ज्योतिष शास्त्र में बताई गई सावधानियों का पालन करना उचित होगा
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहण को एक शुभ घटना नहीं माना जाता है। इस दौरान कुछ विशेष सावधानियां बरतने की सलाह दी जाती है ताकि ग्रहण के नकारात्मक प्रभावों से बचा जा सके। यहां ग्रहण के दौरान ज्योतिष शास्त्र में बताई गई कुछ महत्वपूर्ण सावधानियां दी गई हैं:
1. ग्रहण के दौरान भोजन न करें
- ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, ग्रहण के समय भोजन करना अशुभ माना जाता है।
- मान्यता है कि ग्रहण के दौरान वातावरण में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ जाती है, जो भोजन को दूषित कर सकती है।
- ग्रहण शुरू होने से पहले ही भोजन कर लेना चाहिए और ग्रहण समाप्त होने के बाद ही नया भोजन बनाना चाहिए।
2. गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए
- गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान घर के अंदर ही रहने की सलाह दी जाती है।
- मान्यता है कि ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव गर्भ में पल रहे शिशु पर पड़ सकता है।
- गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान किसी नुकीली चीज (जैसे कैंची, चाकू) का उपयोग नहीं करना चाहिए।
3. ग्रहण के दौरान सोना नहीं चाहिए
- ग्रहण के समय सोने से बचना चाहिए। माना जाता है कि इस समय सोने से स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
- इस दौरान मंत्र जाप, ध्यान या भगवान की आराधना करना शुभ माना जाता है।
4. ग्रहण के बाद स्नान करें
- ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान करना शुभ माना जाता है।
- इससे शरीर और मन की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
5. तुलसी के पत्तों का उपयोग
- ग्रहण के दौरान खाद्य पदार्थों में तुलसी के पत्ते डालने की सलाह दी जाती है।
- मान्यता है कि तुलसी के पत्ते खाद्य पदार्थों को दूषित होने से बचाते हैं।
6. ग्रहण के बाद दान करना शुभ
- ग्रहण समाप्त होने के बाद दान करना शुभ माना जाता है।
- अनाज, वस्त्र, धन या अन्य आवश्यक वस्तुओं का दान करने से ग्रहण के नकारात्मक प्रभाव कम होते हैं।
7. ग्रहण के दौरान पूजा-पाठ
- ग्रहण के समय मंत्र जाप, भजन या धार्मिक ग्रंथों का पाठ करना शुभ माना जाता है।
- इससे नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और मन को शांति मिलती है।
8. ग्रहण के बाद घर की सफाई
- ग्रहण समाप्त होने के बाद घर की सफाई करना और गंगाजल छिड़कना शुभ माना जाता है।
- इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ता है।
नोट:
ज्योतिष शास्त्र में बताई गई ये सावधानियां धार्मिक मान्यताओं और परंपराओं पर आधारित हैं। इनका पालन करना व्यक्तिगत विश्वास और श्रद्धा पर निर्भर करता है।
निष्कर्ष
14 मार्च को लगने वाला चंद्र ग्रहण एक उपच्छाया चंद्र ग्रहण होगा, जो भारत में दिखाई देगा। हालांकि इसका प्रभाव सूक्ष्म होगा, लेकिन यह खगोल प्रेमियों के लिए एक दिलचस्प घटना होगी। ग्रहण के दौरान ज्योतिष शास्त्र में बताई गई सावधानियों का पालन करना उचित होगा।